घर किराए पर देने के कई कारण होते हैं, सबसे बड़ा कारण यह है कि यह अतिरिक्त कमाई का बहुत बढ़िया साधन है। अगर आप पहली बार घर किराए पर दे रहे हैं तो इन सुझावों की मदद से बिना किसी परेशानी के घर किराए पर दे सकते हैं।
Things we covered for you
1.अपने घर के हालातों का आंकलन करें
अगर आपका घर पिछले कुछ समय से खाली पड़ा है तो आपको देखना पड़ेगा कि इसे फिर से रहने लायक बनाने के लिए आपको क्या करना पड़ेगा। रंग रोगन करवाइए,अच्छी तरह से सफ़ाई करवाइए, इसका भी ध्यान रखिए कि पानी के नल और बिजली वगैरह ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं।
2.अपने खर्चे का हिसाब लगाइए
यह ज़रूरी है कि आप अपने घर का सही किराया तय करें, इसके लिए आपको इन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है:
- अपने घर का आकार (साइज़
- आपका घर कितना पुराना है
- घर की स्थिति
- अपने इलाके में चलने वाले किराए का मार्केट के हिसाब से सही-सही भाव
- किरायेदार के आने पर घर को सही हालत में रखने के लिए होने वाला खर्चा
- कोई बड़ी समस्या आ जाने पर होने वाला खर्च
- अगर कोई किराया नहीं आता है तो आपको अपने गुजारे के लिए कितनी बचत करनी होगी
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3. किरायानामा (रेंट एग्रीमेंट) बनवाइए
किरायानामा (रेंट एग्रीमेंट) एक कानूनी दस्तावेज़ (लीगल डॉक्यूमेंट) होता है जो किरायेदार को आपके घर में रहने का और आपको किराया लेने का अधिकार देता है। ये किराए की दूसरी शर्तों को भी साफ़ तौर पर बताता है। कुछ बातें जिन्हें आपको एग्रीमेंट में शामिल करना चाहिए:
- किरायेदारों का पूरा नाम
- आपके किराये पर देने वाले घर का सही पता
- किराये पर देने की अवधि
- किरायेदार द्वारा दिया जाने वाला किराया
- सिक्योरिटी डिपॉज़िट राशि
- किराये में देरी होने पर जुर्माने (पेनल्टी) की रकम और शर्तें
- आपके घर और समाज में बर्ताव के नियम
- मरम्मत के लिए कौन ज़िम्मेदार रहेगा और किस तरह की मरम्मत आप करवाएँगे
- निकालने की शर्तें
- इसके अलावा, और कई बातें है जिन्हें आप इसमें जोड़ सकते हैं या फिर नोब्रोकर के विशेषज्ञों को आपके किरायानामे (रेंट एग्रीमेंट) को मैनेज करने का मौका दे सकते हैं।
4.अपनी प्रॉपर्टी को दर्ज़ करवाना
आप इसे पुराने तरीके से जैसे कि लोगों को जबानी बोल कर, ब्रोकर्स द्वारा या समाचार पत्र में विज्ञापन दे कर या फिर स्मार्ट (समझदारी वाले) तरीकों का इस्तेमाल करके –NoBroker.in पर अपनी प्रॉपर्टी पोस्ट कर सकते हैं। ये एक आसान प्रक्रिया है जो चंद मिनटों में हो जाती है। प्रॉपर्टी को दर्ज़ करवाने की प्रक्रिया मुफ़्त है, तेज़ है और आपको यह तय करने में मदद करती है कि आपको किस तरह के किरायेदार संपर्क करें। आप किराएदारों के कॉल्स और घर दिखाने का काम हमारे रिलेशनशिप मैनेजर्स पर छोड़ दीजिए ताकि जब तक हम आपके घर को किराए पर देने की प्रक्रिया को संभालें आप ज़िन्दगी के दूसरे अन्य ज़रूरी पहलुओं पर ध्यान दे सकें।
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5. सही किरायेदार ढूँढना
अपने भावी किरायेदारों से बातचीत करें और अच्छी तरह से विचार कर लें कि क्या वे आपकी कसौटी पर खरे उतर रहे हैं। इस बात का ध्यान रखें कि आपके किरायेदार ऐसे होने चाहिए जिनका आपके घर में होना आपको अच्छा लगे। आप इस बात का भी ध्यान रखें कि क्या वे किराये पर रहने के नियम और शर्तें मानने के लिए तैयार हैं और क्या वे बिना किसी परेशानी के आपको किराया दे पाएँगे। एक बार अगर आपको सही किरायेदार मिल गया और रेंट एग्रीमेंट साइन हो गया, फिर आपको किसी बात की चिंता करने की ज़रुरत नहीं।
NoBroker आ गया है आपके घर को आसानी से और सुविधाजनक तरीके से किराए पर देने के लिए। अगर आपको घर किराये पर देने की प्रक्रिया के बारे में कोई भी सवाल है तो 924-170-0000 पर कॉल करें या हमें hello@nobroker.in पर लिखें।