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Q.

किसी जमीन पर स्टे कैसे ले?

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12 2023-05-30T10:49:23+00:00

स्टे ऑर्डर के बारें में बहुत लोगों को परिचित होगा कई बार कहने-सुनने में ये शब्द आया होगा। तो ये स्टे ऑर्डर क्या होता है, कोर्ट स्टे का ऑर्डर कब जारी करता है, इसके क्या कायदे होते है साथ ही यह ऑर्डर किन परिस्थितियों में निकाला जाता है और जमीन पर स्टे लेने में कितना खर्चा आता है; अगर कोर्ट की तरफ से मिले हुए स्टे ऑर्डर का पालन नहीं किया गया तो उसके लिए क्या दंड हो सकता है, इस सब सवालों के जवाब यहा जानिए।

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स्टे ऑर्डर क्या होता है ?

  • जब भी कोई आपके हित के विरुद्ध कृति करता है तो उस गैरकानूनी कृति को रोकने के लिए आप कोर्ट के समक्ष स्टे ऑर्डर जारी करने का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर सकते है और न्यायालय का आपकी तरफ से घोषित किया गया निर्णय ‘स्टे ऑर्डर’ होता है।  

  •  

    ‘जमीन पर स्टे लगाने का तरीका’ ये होता है की जिस जमीन से संबंधित कृति को आप रोकना चाहते है जैसे उसपर किसी निर्माण के काम को या उसपर बने कन्स्ट्रक्शन गिराने के काम को आप रोकना चाहते है तो एप्लिकैशन के साथ उसके खिलाफ सबूतों को कोर्ट में प्रस्तुत करें।   

  •   

    दीवाणी प्रक्रिया संहिता के ऑर्डर 39 के रूल 1 और रूल 2 के अनुसार स्टे ऑर्डर के लिए एप्लिकैशन दाखिल किया जा सकता है। ये ऑर्डर सिर्फ विवादित मुद्दोंपर या कृत्य के सिलसिलें में निकलता है। आपके केस को देखते हुए वकील की फीज के अनुसार आपका खर्चा होगा।  

  •   

    jamin par stay kaise le इस प्रोसेस में यदि आपने यानि आपके वकील ने न्यायालय को कन्विन्स किया की संबंधित गैरकानूनी कृति नहीं रोकी गयी तो वादी का बड़ा नुकसान होगा तो कोर्ट 1-2 दिन में दूसरे पक्ष को नोटिस भेज देता है।  

  •  

    निर्धारीत तारीख को दोनों पक्षों को मध्य नजर रखते हुए न्यायालय स्टे ऑर्डर जारी या ना जारी करें के निर्णय लेता है यदि दूसरा पक्ष न्यायालय में हाजिर नहीं होता है तो कोर्ट का निर्णय होने तक अंतरिम मनाई का आदेश दिया जाता है की दरम्यान उस जमीन के अधिकार को लेकर या फिर वहा किसी भी अन्य प्रकार की हालचाल नहीं होगी। 

  • ‘जमीन पर स्टे कितने दिन में मिलता है’ इसका जवाब होगा की स्टे ऑर्डर के एप्लिकैशन के बाद 5-7 दिन में दोनों पक्षों की भूमिका, जमीन से जुड़े दस्तावेज अन्य गवाह आदीयों की जांच पड़ताल करके स्टे ऑर्डर दिया जाता है।

  •  

    अगर इस स्टे ऑर्डर का भंग हुआ तो उस पक्षपर कन्टेम्प्ट ऑफ कोर्ट लगता है उसके संपत्ति की कुर्की के ऑर्डर दिए जाते है और साथ ही उसे 3 महिने की दीवाणी कोठडी की सजा सुनवाई जाती है।

तो उपर दी गई जानकारी से ‘

किसी जमीन पर स्टे कैसे ले’ इससे संबंधित कानूनी प्रक्रिया क्या होती है इसकी इन्फॉर्मेशन आपको मिली होगी।

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